पति-पत्नी में झगड़ा हुआ और बात तलाक तक पहुंच गई। लेकिन
पहले फैसला बच्चे के बारे में होना था कि वह किसके पास रहेगा।
न्यायाधीश ने पहले पत्नी से पूछा कि वह कोई एक वजह बताये
जिस कारण बच्चा उसे दिया जाना उचित हो ।
पत्नी ने कहा - ''मैने उसे नौ महीने गर्भ में रखा है और बड़े कष्ट
झेलकर उसे जन्म दिया है। यह बच्चा मेरे शरीर का हिस्सा है। उस पर सिर्फ और सिर्फ
मेरा ही अधिकार है।''
न्यायाधीश हांलाकि उसकी बात से प्रभावित हुये लेकिन नियम के
अनुसार पति से भी वही प्रश्न किया।
पति ने जवाब दिया - ''देखिये, यदि मैं कोला
(शीतल पेय) की मशीन में एक सिक्का डालता हूं और एक गिलास कोला निकल कर बाहर आता है
तो आप ही बताइये उस कोला पर मेरा अधिकार होगा या मशीन का ?